CFA Full Form | CFA Course Details हिंदी में
CFA Course Details: सभी छात्रों को पढ़ाई के बाद एक अच्छे कैरियर की तलाश होती है। आज के लेख में आपको एक ऐसे कैरियर विकल्प के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो आपके भविष्य को बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होगा।
आज हम CFA Meaning, CFA Course Kaise Kare के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। अगर आप Finance एवं Business की फील्ड में रुचि रखते हैं तो आपके लिए यह कोर्स एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
CFA Full Form
सी एफ ए कोर्स का फुल फॉर्म Chartered Financial Analyst होता है।
इसे हम पढ़ते समय कुछ इस प्रकार से उच्चारण करते हैं “चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट”। हिंदी में इस कोर्स का मतलब “अधिकृत वित्तीय विश्लेषक” होता है।
What is CFA Course Details in Hindi- CFA Course Kya Hota Hai
CFA Course, Finance और Investment सम्बन्धी प्रोफेशनल कोर्स है जो पूरे वर्ल्ड में मान्य है। इस प्रोग्राम को CFA Institute, USA के द्वारा संचालित किया जाता है।
इस प्रोग्राम या कोर्स के माध्यम से छात्रों को Investment Management और Financial Management के बारे में विस्तार से जानकारी एवं प्रशिक्षण दिया जाता है।
CFA Course को पूरा करने के लिए आपको यूएसए जाने की कोई जरूरत नहीं होती है। हमारे भारत में कई सारे कॉलेज एवं इंस्टीट्यूट स्थित है, जिनमें यह कोर्स कराया जाता है।
CFA Course क्या है और यह किस क्षेत्र का कोर्स है, इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद अब हम इस कोर्स को पूरा करने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है एवं इसके योग्यताएं क्या होती है आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं।
CFA Course Eligibility
सीएफए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोर्स है। इसमें प्रवेश या रजिस्ट्रेशन करने के लिए छात्रों को कुछ प्रमुख नियमों एवं शर्तों का पालन करना पड़ता है। इस कोर्स की योग्यताओं के बारे में विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है।
- सीएफए कोर्स में प्रवेश करने के लिए स्टूडेंट को ग्रेजुएशन पूरा करना पड़ता है।
- अगर स्टूडेंट नें CA, MBA, Banking, जैसे आदि कोर्स की डिग्री हासिल कर ली है तो वह स्टूडेंट भी सीएफए कोर्स के योग्य होता है।
- अगर आपने 12वीं कक्षा पास की हुई है और जॉब कर रहे हैं तो भी आप इस कोर्स के योग्य होंगे। लेकिन इसके लिए आपको 12 वीं की मार्कशीट, सर्टिफिकेट एवं 4 साल के कार्य का एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
- CFA Course में प्रवेश करने के लिए स्टूडेंट के पास इंटरनेशनल पासपोर्ट भी होना जरूरी है।
- सीएफए कोर्स के लिए स्टूडेंट को अच्छी तरह से अंग्रेजी भाषा बोलना एवं लिखना आना चाहिए।
ऊपर दी गयी शर्तों के आधार पर स्टूडेंट या कैंडिडेट को सीएफए कोर्स के योग्य माना जाता है और उन्हें इस कोर्स में प्रवेश दिया जाता है।
CFA Course Admission
CFA Course में एडमिशन लेने के लिए आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। रजिस्ट्रेशन के लिए आप सीएफए कोर्स संचालित करने जाने वाले इंस्टिट्यूट की ऑफिशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं।
CFA Course Fees
यह कोर्स 3 लेवल में पूरा होता है। तीनों लेवल की अलग-अलग फीस भरनी पड़ती है। इसके बाद तीनों लेवल के अलग-अलग एग्जाम होते हैं।
यह कोर्स USA द्वारा संचालित होता है इसलिए हमें कोर्स में रजिस्ट्रेशन करने के लिए डॉलर में फीस देनी पड़ती है। कुल मिलाकर तीनों लेवल की रजिस्ट्रेशन फीस लगभग ₹2,55,000 के आसपास हो सकती है।
CFA Course Duration- सीएफए कोर्स की अवधि
CFA Course को पूरा करने में लगभग 2.5 वर्ष से लेकर 3 वर्ष का समय लग जाता है। यह कोर्स 3 लेवल में पूरा किया जाता है।
तीनों लेवल में अलग-अलग एग्जाम होते हैं जो भारत के इंस्टिट्यूट में ही आयोजित किए जाते हैं। 1 वर्ष में आप CFA Course के 1 या 2 एग्जाम भी दे सकते हैं।
आपको बता दें कि कोर्स के पहले लेवल में स्टूडेंट को कम से कम 43% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है। जिसके बाद ही दूसरे लेवल में प्रवेश मिल पाता है।
दूसरे लेवल में कम से कम 45% अंक प्राप्त करने के पश्चात ही स्टूडेंट को तीसरे लेवल में प्रवेश मिल पाता है। और तीसरे लेवल में स्टूडेंट को कम से कम 56% अंक प्राप्त करने पड़ते हैं जिसके बाद ही यह कोर्स पूरा माना जाता है।
CFA Course Syllabus
इस कोर्स में कुल मिलाकर 10 विषय होते हैं। पहले लेवल में 10 विषयों को विस्तार से पढ़ाया जाता है। उसके बाद दूसरे और तीसरे लेवल में उन्हीं 10 विषयों के एडवांस version को पढ़ाया जाता है।
सीएफए कोर्स के विषयों का विवरण नीचे दिया गया है।
- Ethical and Professional Standard
- Quantitative Methods
- Economics
- Corporate Finance
- Alternative Investment
- Portfolio Management and Wealth Planning
- Fixed Income
- Derivatives
- Financial Reporting and Analysis
- Equity Investment
ऊपर दिए गए विषयों के अनुसार CFA Course का पाठ्यक्रम सेट किया जाता है। कोर्स के विषयों का विवरण जानने के बाद अब हम लेख के अगले भाग में कोर्स के कैरियर विकल्प, जॉब एवं सैलरी के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं।
Job After CFA Course
CFA Course के बाद छात्रों के पास बहुत सारे जॉब विकल्प होते हैं। कोर्स को पूरा करने के बाद मिलने वाले जॉब क्षेत्र एवं जॉब के पदों की जानकारी उदाहरण स्वरूप नीचे बताई गयी है।
- रिस्क मैनेजर
- अकाउंटेंट
- इन्वेस्टमेंट बैंकर
- कॉरपोरेट फाइनेंशियल एनालिस्ट
- रिसर्च एनालिस्ट
- कंसलटेंट
- एग्जीक्यूटिव
- ट्रेडिंग
- वेल्थ मैनेजमेंट
- पोर्टफोलियो मैनेजमेंट
- रिसर्च
इनके अलावा और भी बहुत सारे कैरियर विकल्प उपलब्ध होते हैं जिनमें सीएफए कोर्स के बाद स्टूडेंट या कैंडिडेट अपनी इच्छा अनुसार प्रवेश कर सकते हैं।
CFA Salary in India
CFA Course के बाद मिलने वाली जॉब में अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग सैलरी होती है। भारत में सीएफए कोर्स पूरा करने वाले कैंडिडेट को लगभग ₹6,00,000 से लेकर ₹12,00,000 तक प्रतिवर्ष का पैकेज मिल सकता है।
इस क्षेत्र में कुछ पद ऐसे भी होते हैं जिनमें लगभग ₹10,00,000 से लेकर ₹40,00,000 तक प्रति वर्ष का पैकेज मिल सकता है। भारत के मुकाबले विदेशों में अधिक सैलरी होती है।
कुल मिलाकर यह एक अच्छी सैलरी मानी जाती है। फाइनेंस और इन्वेस्टमेंट में रुचि रखने वाले स्टूडेंट या कैंडिडेट CFA Course का चयन कर सकते हैं और अपने बेहतर भविष्य की तरफ आगे बढ़ सकते हैं।
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